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मैंने रवीना की चूत पर लंड रख दिया

राजीव और मैं ऑफिस से लौट रहे थे। हम दोनों उस दिन साथ में ही घर लौटे। जब हम लोग घर पहुंचे तो राजीव ने मुझे कहा आकाश आज घर पर कोई भी नहीं है तुम आज घर पर ही रुक जाओ। राजीव मेरे पड़ोस में ही रहता है हम दोनों एक दूसरे को बचपन से जानते हैं हम दोनों स्कूल के समय से एक दूसरे को जानते हैं हम दोनों के बीच बहुत अच्छी दोस्ती है। मैंने राजीव को कहा ठीक है राजीव, मैं तुम्हारे घर पर रुक जाता हूं लेकिन मैंने राजीव को कहा कि तुम मेरे घर पर ही डिनर कर लेना। राजीव मेरी बात मान गया राजीव ने मेरे घर पर ही डिनर किया उसके बाद हम दोनों राजीव के घर पर चले गए। राजीव के मम्मी पापा जयपुर अपने किसी रिश्तेदार की शादी में गए हुए थे वह लोग कुछ दिनों में वहां से लौटने वाले थे।

उस रात मैं राजीव के साथ ही उसके घर पर रहा और अगले दिन से राजीव कुछ दिनों तक घर पर अकेला ही था। राजीव के मम्मी पापा अब लौट आए थे और राजीव ने मुझे बताया वह कुछ दिनों के लिए दिल्ली जा रहा है। मैंने राजीव से कहा क्या तुम दिल्ली किसी जरूरी काम से जा रहे हो? राजीव ने मुझे बताया हां उसे कुछ जरूरी काम है। राजीव कुछ दिनों के लिए दिल्ली चला गया था जब वह दिल्ली से वापस लौटा तो उसने मुझे बताया उसे वहां पर कुछ जरूरी काम था। राजीव जब वापस आया तो उसने मुझे कहा वह अब ऑफिस से रिजाइन दे रहा है। मैंने राजीव से जब इस बारे में पूछा तो राजीव ने मुझे बताया वह अपना नया स्टार्टअप शुरू करना चाहता है। मैंने राजीव से कहा उसके लिए तो तुम्हें पैसों की जरूरत होगी। राजीव मुझे कहने लगा थोड़ी बहुत सेविंग मेरे पास है और कुछ पैसे मैं पापा से ले लूंगा।
मैंने राजीव को कहा यह तो बड़ा ही अच्छा है राजीव ने कुछ समय बाद ऑफिस से रिजाइन दे दिया वह अब अपना नया स्टार्टअप शुरू कर चुका था राजीव का काम अच्छे से चलने लगा था और राजीव बहुत ज्यादा खुश भी था जिस तरीके से उसका काम चल रहा था। एक दिन राजीव और मैं साथ में थे मैंने राजीव से कहा तुम्हारा काम कैसा चल रहा है। राजीव ने मुझे बताया मेरा काम बड़ा अच्छा चल रहा है और राजीव अपने काम से बहुत ज्यादा खुश भी था मैं और राजीव एक दूसरे के साथ बातें कर रहे थे उस दिन पता ही नहीं चला कब शाम हो गई। मैंने राजीव से कहा मैं अब घर चलता हूं राजीव कहने लगा ठीक है आकाश और मैं अपने घर लौट आया था। मैं जब घर लौटा तो उस दिन घर में पापा नहीं थे। मैंने मां से कहा मां आज पापा अपने ऑफिस से नहीं लौटे हैं? मां ने मुझे बताया वह अपने ऑफिस के किसी दोस्त के घर गए हैं वहां से उन्हें लौटने में देर हो जाएगी। मैं भी अपने रूम में बैठा हुआ था उस दिन पापा घर देरी से लौटे।
जब पापा घर लौटे तो वह काफी ज्यादा परेशान लग रहे थे हालांकि उस दिन मैंने पापा से इस बारे में कुछ नहीं पूछा लेकिन जब मां ने मुझे पापा की परेशानी का कारण बताया तो मैंने मां से कहा मां पापा को परेशान होने की जरूरत नहीं है। मेरी बहन जिसकी शादी एक साल पहले ही हुई थी उसके और उसके पति के बीच में कुछ ठीक नहीं चल रहा था। मेरी बहन उम्र में मुझसे 3 वर्ष छोटी है उसकी जिंदगी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था इसी वजह से वह बहुत ज्यादा परेशान थी और मैं भी काफी ज्यादा परेशान था। मैंने उस दिन अपनी बहन अंजली को फोन किया और उससे काफी देर तक मेरी फोन पर बात हुई। पापा काफी ज्यादा परेशान थे मैं चाहता था मेरी बहन का घर किसी तरीके से टूटने से बच जाए और मैं अपनी बहन अंजली से मिलने के लिए उसके घर पर गया। उसके पति से जब मेरी बात हुई तो मैं उसे समझाने में कामयाब रहा और मेरी बहन अंजली का घर टूटने से बच गया। अब मेरी बहन इस बात से बड़ी खुश थी पापा की परेशानी भी अब दूर हो चुकी थी।
पापा इस बात से बहुत ज्यादा परेशान थे। मेरी नौकरी अच्छे से चल रही थी लेकिन मैं चाहता था मैं भी अपना कोई बिजनेस शुरू करू। काफी लंबे समय के बाद मैं राजीव को मिला राजीव से मेरी मुलाकात हो नहीं पाई थी क्योंकि राजीव अपने काम के चलते बिजी था इसलिए उस से मेरी मुलाकात नहीं हो पाई थी। जब मेरी मुलाकात राजीव के साथ हुई मुझे काफी अच्छा लगा और मैंने उससे बिजनेस शुरू करने की बात कही। राजीव ने मुझे कहा मैं तुम्हारी मदद करने के लिए तैयार हूं मैंने भी अब ऑफिस से रिजाइन दे दिया था मैं अपना नया स्टार्टअप शुरू करना चाहता था और राजीव की तरह ही मैंने अपना बिजनेस शुरू कर लिया था। मुझे धीरे धीरे मेरे बिजनेस में कामयाबी मिलने लगी सब कुछ ठीक होने लगा था मैं बड़ा खुश था जिस तरीके से मेरा बिजनेस चल रहा था। पापा और मैं एक दूसरे के एक शाम बैठे हुए थे उस दिन पापा ने मुझे कहा बेटा तुम शादी कर लो। पापा चाहते थे मैं शादी कर लूं लेकिन अभी मैं शादी करने के लिए तैयार नहीं था इसलिए मैंने पापा से कहा पापा अभी मैं शादी करने के लिए तैयार नहीं हूं परंतु उनकी बात को मैं टाल ना सका और मुझे उनकी बात माननी पड़ी। उनके दोस्त की बेटी रवीना से उन्होंने मुझे जब मिलवाया तो मुझे रवीना से मिलकर अच्छा लगा।
रवीना दिखने में बहुत ही सुंदर है और वह पढ़ी-लिखी भी है जिस वजह से मैं भी चाहता था रवीना और मेरी बात अब आगे बढ़े और हम दोनों के परिवार वाले हम दोनों के रिश्ते को मंजूरी दे चुके थे। हम दोनों की सगाई हो चुकी थी रवीना और मेरी सगाई हो जाने के बाद हम दोनों एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने लगे थे। जब भी मैं रवीना के साथ होता मुझे बड़ा ही अच्छा लगता। रवीना को बड़ा अच्छा लगता था मैं रवीना को अच्छे से समझने लगा था और मैं चाहता था हम दोनों शादी से पहले एक दूसरे को समझें इसलिए हम दोनों एक दूसरे को मिला करते थे। हम दोनों की मुलाकातों का सिलसिला बढ़ता जा रहा था अब सब लोग चाहते थे हम दोनों शादी के बंधन में बंध जाएं लेकिन मुझे कुछ महीनों का वक्त चाहिए था। मैंने इस बारे में रवीना से डिस्कशन किया था रवीना भी इस बात के लिए तैयार हो चुकी थी और हम दोनों को शादी के लिए थोड़ा वक्त और मिल चुका था। मैं रवीना को बहुत ही अच्छे से समझने लगा था मुझे रवीना के साथ बड़ा ही अच्छा लगता जब भी मैं रवीना के साथ में होता।
रवीना और मैं एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा खुश हैं। मैं एक दिन ऑफिस से घर लौटा मैंने उस दिन रवीना को फोन किया और हमारी फोन पर बहुत देर तक बात हुई। उस रात रवीना और मेरी फोन पर गरम बाते हुई और हम दोनो अब सेक्स करने के लिए तडपने लगे थे। मैंने रवीना को घर पर बुलाया मैं घर पर अकेला ही था मैं रवीना के होठों को चूमने लगा था वह भी मेरा साथ देने लगी थी। वह बहुत ज्यादा गर्म होने लगी थी और मेरी गर्मी भी बढ़ती ही जा रही थी। हम दोनों की गर्मी बहुत ज्यादा बढने लगी थी। अब हम दोनों रह नहीं पा रहे थे। मैंने अपने लंड को बाहर निकाला और रवीना मेरे लंड के लिए तडप रही थी उसने अपने मुंह में मेरे लंड को ले लिया था वह मेरे लंड को सकिंग करने लगी थी। अब मेरा लंड भी तन कर खडा हो गया था वह मेरे लंड को अच्छे से चूसने लगी थी मुझे बहुत अच्छा लगने लगा था। रवीना ने मेरे लंड से पानी भी निकाल दिया था वह बडे अच्छे से मेरे लंड को चूस रही थी। हम दोनों की गर्मी पूरी तरीके से बढ रही थी। हम दोनों की गर्मी बहुत ही बढ़ने लगी थी मैं बिल्कुल भी नहीं रह पा रहा था और ना ही रवीना रह पा रही थी।
मैंने रवीना के कपड़ों को उतारा और उसकी ब्रा को उतारने के बाद मैंने उसके गोरे स्तनों को चूसना शुरु किया। वह अब बहुत ही ज्यादा तडप उठी थी। अब रवीना बहुत गरम हो चुकी थी उसकी गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी वह बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी। मुझसे भी बिल्कुल रहा नहीं जा रहा था। मैं अपने आपको रोक नही पा रहा था हमारी गर्मी बहुत ही ज्यादा बढ़ने लगी थी। मैंने रवीना की पैंटी को नीचे उतारते हुए उसकी चूत को सहलाना शुरू किया अब वह भी तडपने लगी थी वह कहने लगी मेरी गर्मी बहुत ही ज्यादा बढ़ती जा रही है। मैंने उसकी योनि पर अपनी जीभ को लगाकर अंदर की तरफ डाला तो वह गर्म होने लगी थी अब वह अपने पैरो को चौड़ी करने लगी थी। रवीना की चूत से बहुत ही ज्यादा पानी बाहर की तरफ को निकलने लगा था। मैंने उसकी योनि में लंड को लगाया वह बहुत ज्यादा गर्म होने लगी थी अब वह मुझे कहने लगी मेरी चूत मे लंड को घुसा दो।
मैंने रवीना की चूत पर लंड को लगाकर अपने पूरे लंड को रवीना की योनि की चूत के अंदर तक घुसा दिया था। रवीना गर्म हो चुकी थी मेरा लंड उसकी चूत मे था मैं उसे तेजी से धक्के दे रहा था। रवीना की सिसकारियां बढ़ती जा रही थी वह बहुत ही ज्यादा गर्म होती जा रही थी। वह मुझे कहने लगी मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा है। रवीना की चूत से पानी निकल रहा था और मैं बहुत ज्यादा गरम हो चुका था। मैं अब अपने आपको रोक नहीं पा रहा था। रवीना ने अपने दोनों पैरों को आपस में मिला लिया। मैं उसे बड़ी तेजी से चोदने लगा था। मुझे उसे चोदने में मजा आ रहा था और वह बहुत तडप रही थी मैं उसे तेजी से चोद रहा था। अब मैं अपने आपको रोक नहीं पा रहा था। मैंने रवीना की योनि के अंदर अपने माल को गिरा दिया था।

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